Mahatma Gandhi ने अपने विचारों, संघर्ष और भारत के लोगों में अपने विश्वास से कई लाखों लोगों को प्रेरित किया। हम सभी को अपने दादा दादी, स्कूल की किताबों से महात्मा गाँधी के बारे में लगभग सभी कुछ पता है लेकिन फिर भी ऐसी कई छोटी छोटी बातें है, जो हमें नहीं पता और इन्ही बातों को आज हम आपके साथ बाँटेंगेः
महात्मा गाँधी की अंतिम यात्रा 8 किलोमीटर लम्बी थी और यह उस शख्स के लिए थी जिसने देश के लिए अपनी पूरी जिन्दगी दे दी।
1913 से 1938 तक अपनी मुहिम के लिए गांधीजी रोजाना 8 किलोमीटर चलते थे और उन्होंने 80 हजार किलोमीटर का सफर तय किया है। यह दूरी इक्वेटर पर दो बार चलकर दुनिया घूमने के बराबर है।
अपनी मृत्यु से एक दिन पहले महात्मा गाँधी कांग्रेस को छोड़ना चाहते थे।
महात्मा गाँधी का प्रभाव इतना ज्यादा था की वह 4 महाद्वीप और 12 देशों में सिविल राइट्स मूवमेंट के लिए जिम्मेदार थे।
1930 में टाइम्स मैगजीन ने महात्मा गाँधी को ‘‘मैन ऑफ द ईयर‘‘ कहा था। वह सदी के टाइम मनुष्य के रनर अप भी थे।
गाँधी को करीब 14 बार अरेस्ट किया गया और उन्होंने जेल में 6 साल बिताये। उन्हें अक्सर उनकी जेल की सजा से पहले छोड़ दिया जाता था। अगर उन्हें अपनी पूरी सजा जेल में भुगतनी पड़ती तो उन्हें जेल में 11 साल तक रहना पड़ता।
महात्मा गाँधी को शांति के लिए 5 बारी नोबेल पुरुस्कार के लिए नामांकित किया गया लेकिन उन्हें यह सम्मान कभी मिला नहीं।
एक समय में उन्होंने लियो टाॅलस्टाॅय, हिटलर और मोहम्मद अली जिन्ना के साथ खतों की अदला बदली की थी।