Natkhat Neetu E-Comics: नटखट नीटू और डॉ. डेविल का पुतला
साल का पहला दिन था नीटू अपने घर में छुट्टी का मज़ा ले रहा था। तभी टीटा भी नीटू के घर आ जाता है और आते ही सबको हैप्पी नई ईयर विश करता है और नीटू से पूछता है की इस साल क्या नया करोगे नीटू?
साल का पहला दिन था नीटू अपने घर में छुट्टी का मज़ा ले रहा था। तभी टीटा भी नीटू के घर आ जाता है और आते ही सबको हैप्पी नई ईयर विश करता है और नीटू से पूछता है की इस साल क्या नया करोगे नीटू?
मार्च का महीना चल रहा था, होली का त्योहार भी आने वाला था, जगह-जगह मेले और प्रदर्शिनी लगे हुए थे। मोटू और पतलू दोनों सोच रहे थे की इस बार फुरफुरी नगर में कोई भी मेला या प्रदर्शिनी नहीं लगी है।
एक जनवरी का दिन था नीटू, रोबो और टीटा के साथ नए साल का प्लान बना रहा था। तभी डॉ. डेविल वहां आ जाता है और नीटू से बोलता है की भाई नीटू नए साल में दुश्मनी को ख़त्म करते हैं और दोस्ती कर लेते हैं।
शाम का वक़्त था चेलाराम घर के बहार खड़े होकर दोस्तों का इंतज़ार कर रहे थे, की तभी उनका दोस्त सुब्बू वहां आता है। अभी दोनों आपस में बातें कर रहे होते हैं कि तभी सुब्बू चेलाराम से बोलता है।
एक दिन सुबह सुबह मोटू पतलू के घर पर डॉ. झटका और घसीटा आ गए। मोटू अख़बार पढ़ने में व्यस्त था, तभी मोटू अचानक चौंक कर बोलता है की ये देखो दोस्तों खबर छपी है की मिस्टर फरार एक बार फिर जेल से फरार हो गया है।
एक दिन की बात है पपीता राम दोपहर का खाना खा कर घर में आराम कर रहे थे तभी उनको फिर से भूख लग आई। पपीता राम ने मम्मी से खाने के लिए बोला तो मम्मी ने डांट कर बोला की जाकर बाहर से खा आओ।
गर्मी का मौसम चल रहा था। मोटू और पतलू दोनों की हालत गर्मी में बहुत बुरी हो गयी थी। वे दोनों बाहर निकल कर जोर जोर से चिल्ला रहे थे की भगवान बारिश करवा दीजिये, अगर बारिश नहीं हुई तो हम मर जाएंगे।