Sheikh Chilli E-Comics: शेख चिल्ली के दांत का दर्द
संडे का दिन था शेख चिल्ली बड़े मज़े से घर में घूम रहा था, तभी उसने देखा कि उसकी मम्मी अखरोट लेके आयी हैं। उसने फ़ौरन अखरोट अपनी जीती हुई ट्रॉफी में पलट लिया। शेख चिल्ली अभी सोच ही रहा था।
संडे का दिन था शेख चिल्ली बड़े मज़े से घर में घूम रहा था, तभी उसने देखा कि उसकी मम्मी अखरोट लेके आयी हैं। उसने फ़ौरन अखरोट अपनी जीती हुई ट्रॉफी में पलट लिया। शेख चिल्ली अभी सोच ही रहा था।
एक दिन की बात है मोटू किसी काम से बैंक गया हुआ था, वहां उसे काफी देर हो गयी जिसकी वजह से उसे बहुत भूक लगने लगी। वहां से निकलते ही मोटू घर की तरफ चल दिया।
संडे का दिन था नटखट नीटू सुबह जल्दी उठकर अपने रोज़ के काम कर रहा था, कि तभी उसकी मम्मी की आवाज़ आयी कि नीटू ये क्या देख रही हूँ मैं? नीटू पूछता है की क्या हो गया मम्मी? उसकी मम्मी बोलती हैं कि तुम्हारा रिपोर्ट कार्ड हाँथ लगा है।
गर्मी का मौसम चल रहा था नीटू और रोबो दोनों ही पहाड़ों में घूमने गए हुए थे। इधर ये बात डॉ. डेविल को पता चल गयी, उसने तुरंत अपना दिमाग चलाया और एक जादुई मफलर बना दिया।
एक दिन मोटू अपने घर के बाहर टहल रहा था, तभी एक पत्ता उड़ता हुआ उसके सामने आकर गिरा। मोटू उस पत्ते को देखते ही चिल्लाया कि अरे पतलू भाई ये देख क्या मिला है मुझे।
कृष्णा जन्माष्टमी का दिन था, नटखट नीटू और उसकी कृष्ण टोली के सभी बच्चे मटकी फोड़ प्रतियोगिता के लिए बहुत उत्सुक थे। नीटू अपनी कृष्ण टोली से पूछता है की दोस्तों सारी तैयारी हो गयी है?
गर्मी का मौसम चल रहा था, मोटू नारियल पानी लेने बाहर गया हुआ था, जब वह लौट कर आया तो बहुत ज्यादा गुस्से में था। पतलू ने उससे पुछा कि मोटू भाई क्या हुआ इतने गुस्से में क्यों लग रहे हो?