Fun Stories: कंजूसी का फल
किसी गांव में धनीराम नाम का एक किसान रहता था। बह 50 बीघा जमीन का मालिक था। उसका एक खेत मुख्य सड़क के किनारे पर था। उस खेत की फसल की रखवाली वह स्वयं करता था।
किसी गांव में धनीराम नाम का एक किसान रहता था। बह 50 बीघा जमीन का मालिक था। उसका एक खेत मुख्य सड़क के किनारे पर था। उस खेत की फसल की रखवाली वह स्वयं करता था।
नया वर्ष आने में कुछ घंटे शेष थे। टी.वी. पर विभिन्न कार्यक्रम देख चुकने पर पिंकी पलंग पर जा लेटी पर आज रात उसे नींद नहीं आ रही थी। परिवार के और सदस्य धीरे-धीरे सोने लगे थे। बाहर पटाखों का धूम-धड़ाका अभी-अभी शांत हुआ था।
बहुत समय पहले की बात है। बगदाद में एक चरवाहा रहता था। उसका नाम अबू था। उसके पास कई भेड़ बकरियां थीं, जिन्हें वह रोज़ाना पास की पहाड़ियों पर चराने ले जाता था। वैसे तो अबू एक अच्छा इंसान था।
धीरू बेटे, शाम के सात बजने वाले हैं। अंधेरा गहनता की ओर खिसक रहा है। आज मुझे कुछ जरूरी काम से जाना है। हमें घर पहुंचने में देर हो सकती है। रात के नौ-दस बज सकते हैं। सुबह से अब तक की बिक्री लगभग दस हजार की रही है।
मिंटू जिराफ इतना बदमाश एवं घमंडी हो गया था की दिनों-दिन उसकी शैतानी बढ़ती जा रही थी। वह जवान भी हो चला था। उसका शरीर बलवान एवं ताकतवर बनता जा रहा था। जंगल के जानवर अपनी गर्दन ऊंची करके ही उससे आँखे मिला पाते थे।
एक बार एक औरत की आंखों की रोशनी चली जाती है और वह अंधी हो जाती है। वह एक डॉक्टर को बुलाती है और उससे कहती है कि अगर वह उसे ठीक कर देगा तो वह उसे बहुत बड़ी फीस देगी।
एक समय की बात है एक राजा था। उसकी एक बेटी थी जिसका नाम था मीरा। मीरा की छोटी उम्र में ही उसकी माँ की मौत हो गई थी। जिसके कारण उसके पिता को ही उसका पालन-पोषण करना पड़ा।