जंगल कहानी : बुद्धिमान भालू की समझदारी

घने जंगल के एक कोने में भालू बलदेव रहता था, जो अपनी ताकत और बुद्धिमानी के लिए प्रसिद्ध था। जंगल के अन्य जानवर अक्सर उसकी सलाह लेने आते थे।

एक दिन जंगल में अफरा-तफरी मच गई जब एक शिकारी ने जानवरों को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिए, जिससे जानवर डर गए और उन्होंने बलदेव से मदद मांगी।

बलदेव ने जानवरों को संगठित कर एक योजना बनाई जिसमें मोंटू बंदर शिकारी पर नजर रखेगा, चिंटू खरगोश जालों के पास गड्ढे खोदेगा, और मिंकी हिरण शिकारी को दूसरे हिस्से में ले जाएगा।

बलदेव ने पेड़ों की शाखाओं से जालों को ढकने की योजना बनाई और सभी जानवरों ने मिलकर शिकारी के जालों को नष्ट कर दिया।

योजना के अनुसार, मोंटू ने शिकारी को गुमराह किया और मिंकी ने उसे गड्ढे में फंसा दिया, जिससे सभी जानवरों ने चैन की सांस ली।

शिकारी के फंसने और जालों के नष्ट होने के बाद, जंगल के जानवरों ने बलदेव की बुद्धिमानी और योजना की सराहना की।

बलदेव ने सभी जानवरों को समझाया कि एकता और समझदारी से किसी भी समस्या का सामना किया जा सकता है और एक-दूसरे का साथ देना महत्वपूर्ण है।

इस घटना के बाद, जंगल के जानवर और अधिक सुरक्षित और खुश महसूस करने लगे और बलदेव की बुद्धिमानी का सम्मान करते रहे।

कहानी की सीख यह है कि "एकता और बुद्धिमत्ता से बड़ी से बड़ी समस्या को हल किया जा सकता है।"