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Do not back down because of your fear
यह बाल कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है जो ज्योतिषी (astrologer) की भविष्यवाणी (prediction) से डरकर खुद को कमरे में बंद कर लेता है। मगर नियति (destiny) को कोई नहीं टाल सकता। जीवन (life) में डर के कारण रुक जाना समाधान नहीं है। हमें हर परिस्थिति में निडर रहकर आगे बढ़ना चाहिए।
बाल कहानी - अपने डर की वजह से पीछे मत हटो- एक बार एक आदमी ज्योतिषी के पास गया। वह देखना चाहता था कि ज्योतिषी उसके भविष्य के बारे में क्या कहेगा। ज्योतिषी ने अपने जादुई गेंद में देखकर आदमी की तरफ देखा। उस ज्योतिष के चेहरे के हावभाव सब कुछ बयां कर रहे थे। उसने आदमी को बताया कि उस आदमी की मृत्यु एक बस हादसे में होगी और यह घटना दो से तीन महीने के समय में होगी लेकिन वह सही समय के बारे में नहीं बता सकता। आदमी दुखी होकर घर गया। उसने खुद से घबराते हुए कहा कि मैंने भविष्यावाणी या ज्योतिषी पर कभी विश्वास नहीं किया तो अब मैं यह विश्वास कैसे कर लूं?
जब दो महीने बीत गए तो उसे ज्योतिषी की बात याद आई और दिन रात वह उस बात के बारे में सोचता रहा। अब उसने फैसला किया कि वह अपने घर के अंदर खुद को बंद कर लेगा और वहां पर अगले महीने तक कोई बस आसपास नहीं आएगी।
तीन हफ्ते बीत गए और आदमी अपने कमरे की सीढ़ियों से नीचे आया ताकि वह काॅफी ले सके। उसके छोटे बच्चे ने अपने खिलौनों को ज़मीन पर छोड़ा हुआ था और वह खिलौना एक छोटी बस थी। आदमी का पैर बस पर पड़ गया और जब उसने आखिरी सीढ़ी पर कदम रखा तो वह फिसल गया और उसका सिर जाकर सीढ़ियों की रैलिंग पर लगा और उसकी मौत हो गई।
📌 सीख (Moral Lesson)
"Fear (डर) से भागने की बजाय जीवन को सकारात्मक (positive) नजरिए से जीना चाहिए।
भाग्य (destiny) और मृत्यु (death) का समय निश्चित है।
इसलिए हमेशा निडर (fearless) रहकर, अच्छे कर्म (good deeds) करने चाहिए।
दुनिया से छुपना कभी समाधान नहीं होता।"**