पिता और पुत्र: शहर की नई राह-A Guide to Clean Cities for Kids

Jul 01, 2025, 11:15 AM

पिता और पुत्र: शहर की नई राह

दिल्ली के प्रदूषण से निपटने के लिए एक पिता-पुत्र की प्रेरणादायक कहानी है, जिसमें अर्जुन और उसका बेटा राहुल मिलकर शहर को साफ-सुथरा बनाने का प्रयास करते हैं।

पिता और पुत्र: शहर की नई राह

एक दिन लोधी गार्डन में साइकिल चलाते हुए, राहुल ने पार्क में फैला कचरा देखा और पिता के साथ मिलकर उसे साफ करने का फैसला किया।

पिता और पुत्र: शहर की नई राह

इस छोटे से प्रयास ने राहुल और अर्जुन को पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनने की प्रेरणा दी और वे दूसरों को भी इस मुहिम में शामिल करने लगे।

पिता और पुत्र: शहर की नई राह

राहुल ने अपने स्कूल में "मेरा साफ शहर - My Clean City for Kids" नामक एक मुहिम शुरू की, जिसमें उनके दोस्त भी शामिल हो गए और सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल हो गई।

पिता और पुत्र: शहर की नई राह

कई स्कूलों ने इस प्रयास का समर्थन किया, जिससे दिल्ली में प्रदूषण मुक्त शहर का सपना धीरे-धीरे साकार होने लगा।

पिता और पुत्र: शहर की नई राह

कहानी का मुख्य संदेश है कि छोटे-छोटे कदम भी बड़े बदलाव ला सकते हैं और हमें अपनी पर्यावरणीय जिम्मेदारी निभानी चाहिए।

पिता और पुत्र: शहर की नई राह

अर्जुन ने राहुल के प्रयासों की सराहना की और उसे गले लगाते हुए कहा कि उसने एक महत्वपूर्ण सीख दी है कि कैसे हम अपने शहर को बेहतर बना सकते हैं।

पिता और पुत्र: शहर की नई राह

बच्चों के लिए कुछ Green Living Tips दिए गए हैं, जैसे कचरा उठाना, पेड़ लगाना, प्लास्टिक का कम उपयोग करना, और जागरूकता फैलाना।

पिता और पुत्र: शहर की नई राह

यह प्रेरक कहानी बच्चों को सिखाती है कि वे अपने छोटे प्रयासों से भी बड़े बदलाव ला सकते हैं और अपने आसपास के वातावरण को साफ और हरा-भरा बना सकते हैं।

पिता और पुत्र: शहर की नई राह

कहानी इस बात पर जोर देती है कि अगर हम सभी मिलकर काम करें, तो दिल्ली जैसे शहरों में प्रदूषण को कम किया जा सकता है और एक स्वस्थ वातावरण बनाया जा सकता है।