लोटपोट की शिक्षाप्रद कहानी : दिव्यस्वप्न :- विजय अपनी कक्षा में हमेशा प्रथम आता था। इसी कारण सब उसकी प्रशंसा करते थे परन्तु पिछले दस 15 दिन से वह बहुत गुमसुम तथा कहीं खोया हुआ सा रहता था। पढ़ाई में भी उसका मन नहीं लगता था। अक्सर पढ़ते-पढ़ते वह सोचने लगता था। उसकी इस बार का परिणाम परीक्षा में कम नम्बर के रूप में सामने आया तो वह सन्न रह गया।
11Nov2021