इन्होने वह दो शब्द दिए थे, जिस पर हम सभी को गर्व हैं ‘जय हिन्द’
यह भारतीय लोक सेवा परीक्षा के टाॅपर थे। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि के लिए अपने पिता का शुक्रिया अदा किया था जिन्होंने उन्हें बुद्धिमान और देशभक्त बनने के लिए प्रेरित किया था। इस परीक्षा में उनका चौथा स्थान आया था।
कहा जाता हैं कि उनकी मृत्यु ताइवान के एक हवाई हादसे में हुई थी। कुछ लोगों ने कहा था कि वह रूस चले गए है लेकिन दोनों बातों में से कुछ भी सच नहीं साबित हुआ।