ज्ञान देती एक कहानी : बेटे राजीव के एमबीए परीक्षा का रिज़ल्ट आने वाला था। सुबह से मां इंतज़ार कर रही थी कि कब बेटा परीक्षा परिणाम लेकर घर आए। माँ ने उपवास भी रख लिया और भगवान के सामने मन्नत भी मांग ली कि अगर बेटा अच्छे नंबरों से अपनी एम बी ए की परीक्षा पास कर ले तो वो और तीन दिन का उपवास रख लेगी।
Holi Story : अमु एक बार फिर मां का पल्लू पकड़कर खींचने लगा ।‘मां, सुनो ना, रेलगाड़ी तो आ गई है ना ।मेरे भैया कब आयेंगे?’ बस आते ही होंगे कहकर मां ने अमु को प्यार से समझाया। अमु अब चैथी कक्षा में आ गया था और मां ने उसे अनुमति दे दी थी कि भैया अपने छात्रावास से आ रहे है ।वो इस बार उनके साथ होली खेलने कालोनी मे भी जा सकता है साथ ही भैया के दोस्तो के साथ भी खेल सकता है । तभी बाहर आटो रिक्शा रूकने की आवाज सुनाई दी। अमु उछल पडा।
बाल कहानी : खुशियों की हरियाली – एक बगीचे में एक आम का पेड़ था, उसमें खूब मीठे मीठे आम लगते थे, एक दिन एक गरीब बच्चा उस पेड़ के नीचे बैठ कर रोने लगा, आम के पेड़ ने बच्चे से पूछा,”बेटा तुम रो क्यों रहे हो?” बच्चे ने कहा ,”मुझे भूख लगी है।” बच्चे की बात सुनकर पेड़ ने कहा, “तुम रोना बंद करो, और मेरे मीठे आम तोड़ कर खा लो।”
जंगल कहानी : पल्टू सियार का धोखा और मोनू भालू की माफ़ी :- सुजान वन में मोनू भालू और पिल्टू सियार दोनों की साईकिल की मरम्मत की दुकान थी। दोनों साईकिल के पंचर वगैरह बनाते थे। दोनों की दुकाने लगभग आधा किलोमीटर की दूरी पर थीं।
दोनों के एक काम होने के बावजूद मोनू भालू के घर की स्थिति अच्छी नहीं थी। कभी-कभी दिनभर में एक भी पंचर ठीक करने को नहीं मिल पता था। इससे उसे अत्यन्त आर्थिक कठिनाई का सामना करना पड़ता था।
शिक्षाप्रद बाल कहानी: माँ को रवि की आदतें बिल्कुल पसंद नहीं थी। वह हमेशा उससे नाराज रहती। पिताजी भी रवि को बार-बार समझाते। परन्तु रवि पर किसी की बातों का असर नहीं होता था। रवि बहुत जिद्दी और शरारती था। उस दिन सवेरे सात बजे तक रवि सोता रहा। मां उसे बार-बार जगाती रही। लेकिन रवि नहीं उठा।
बाल कहानी : मेहनत की रोटी का रहस्य :- ‘रामनगर में असामाजिक तत्वों के क्रियाकलाप बढ़ रहे थे। चोरी, डकैती व अपहरण की घटनाएं लगातार हो रही थी। लोग परेशान थे। रामनगर के राजा के पास तक इसकी सूचना काफी देर में पहुँची।
LOTPOT के पिटारे से एक अच्छी कहानी : बचत का महत्व:- किसी शहर में माधव और राधे नाम के दो व्यापारी रहते थे। दोनों में गहरी मित्रता थी। दोनों का व्यापार अच्छा चल रहा था। दोनों में बहुत कुछ समानता थी।
बाल कहानी : कोशिश करने वालों की हार नहीं होती :- एक बादाम के पेड़ पर दो गिलहरियाँ रहती थी। दोनों की पक्की दोस्ती थी। उनमें से एक गिलहरी बड़ी चुस्त और दूसरी आलसी थी। एक दिन दोनों गांव की सैर करने सुबह सवेरे निकल पड़े।
अच्छी कहानी : एक बार की बात है कि एक चिड़िया की एक कौए से दोस्ती हो गई। एक दिन वह दोनों खाने की तलाश में थे। कौए ने देखा कि, चटाई पर कुछ मिर्चे सूखने के लिए फैलाई हुई है। कौए ने चिड़िया से कहा- वह देख, वह सामने मिर्च हैं। आओ देखें, कौन ज्यादा खा सकता है?
Jungle Story : एक था चिड़ा और एक चिड़ी। दोनों ही विनम्र और मृदु। दोनों ही चहकते रहते। दूसरों की दुख तकलीफ में मद्दगार होते। इसीलिए तो टुइया जंगल के सभी पक्षी उन्हें चाहते बहुत थे।