खलीफा उमर बड़े नेक व दयालु प्रशासक थे। अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए वे भेष बदलकर रात को घूमा करते थे। एक रात को वह गश्त कर रहे थे कि एक घर सें बच्चों के रोने की आवाज सुनी। वे बच्चें के चुप होने की प्रतीक्षा करते रहे। जब बहुत देर तक उनके रोने की आवाज बंद नहीं हुई तो उन्होंने आंगन में झाँककर देखा।
18Feb2021