गुजरात के सुईगांव सीमा क्षेत्र की एक बॉर्डर का नाम “रणछोड़ दास पोस्ट” है। यह अजीब नाम क्यों रखा गया और ये किसका है, नहीं जानते? तो सुनो एक कहानी। गुजरात के बनासकांठा जिले के एक गांव पेथापुर गधड़ो में एक गरीब गडरिया रहता था, नाम था रणछोड़दास रबारी। उसका काम था भेड़ बकरी पालना और चराना। रणछोड़ अनपढ़ था, लेकिन उसका दिमाग किसी कंप्यूटर की तरह था, उसकी आंखें भी बड़ी तेज थी।
वर्ली कला महाराष्ट्र की खूबसूरत लोक कला है, जिसे पारम्परिक तौर पर कबायली महिलाओं ने शुरू किया था। इस कला को सबसे पहले सत्तर के दशक में खोजा गया था और इसका नाम वर्ली कला रखा गया था। कबायली लोग अपने विचारों को अलग अलग ढंग की चित्रकला से दर्शाते थे ….
Mahatma Gandhi ने अपने विचारों, संघर्ष और भारत के लोगों में अपने विश्वास से कई लाखों लोगों को प्रेरित किया। हम सभी को अपने दादा दादी, स्कूल की किताबों से महात्मा गाँधी के बारे में लगभग सभी कुछ पता है लेकिन फिर भी ऐसी कई छोटी छोटी बातें है, जो हमें नहीं पता और इन्ही बातों को आज हम आपके साथ बाँटेंगेः