सीख देती कहानी : औकात की सीख – एक समय की बात है, एक शहर में एक लालची और अमीर सेठ रहता था। नाम था उसका धन्ना सेठ। अपनी विशाल संपत्ति के बावजूद, वो हमेशा अधिक पैसा कमाने के तरीके सोचा करता था और किसी भी चीज को बेचते और खरीददे समय दुकानदार से तोल मोल को लेकर बहुत बहस करता था। एक दिन, उसका ध्यान अपने पुराने सामान, कपड़े और कबाड़ की ओर गया, जो उसके भव्य हवेली के कबाड़खाने में पड़ा था।
प्रेरक कहानी : ईर्ष्या का बदला :- राजा देवराज के राज्य में जयपाल नामक एक व्यक्ति रहा करता था। वह एक सफल मूर्तिकार था। उसकी कला से प्रसन्न होकर राजा देवराज ने उसे अपने राज कारीगरों में शामिल कर लिया था। एक बार देवराज ने जयपाल से ऐसी मूर्ति बनाने को कहा जो सर्वश्रेष्ठ हो।
बाल कहानियां : वैसे तो इस दुनिया में लोग जिंदा रहने के लिए खाना खाते हैं, परंतु कुछ लोग ऐसे भी पाये जाते है जो खाने के लिए जिंदा रहते है। ऐसे लोगों में से एक हमारे सहपाठी पेटूनंद जी थे।
बात तब की है जब हम मेरठ में रहते थे। मैं छठी कक्षा में पढ़ता था और पेटूनंद जो मेरी ही कक्षा में पढ़ते थे। बड़ा ही मजेदार व्यक्तित्व था उनका, एकदम ड्रम जैसा गोल धड़, ऊपर अंडाकार खोपड़ी, मुंडा हुआ सिर और उस पर चुपड़ा कड़वा तेल।
बाल कहानी : खुशियों की हरियाली – एक बगीचे में एक आम का पेड़ था, उसमें खूब मीठे मीठे आम लगते थे, एक दिन एक गरीब बच्चा उस पेड़ के नीचे बैठ कर रोने लगा, आम के पेड़ ने बच्चे से पूछा,”बेटा तुम रो क्यों रहे हो?” बच्चे ने कहा ,”मुझे भूख लगी है।” बच्चे की बात सुनकर पेड़ ने कहा, “तुम रोना बंद करो, और मेरे मीठे आम तोड़ कर खा लो।”
लोटपोट की कहानी का पिटारा : राजू और सच की जीत :- ग्यारह बजकर दस मिनट हो चुके थे। तेज कदमों से चलते हुए राजू की नजर ज्यों ही घड़ी पर पड़ी, उसने यकायक हड़बड़ाकर भागना शुरू कर दिया। ठीक सवा ग्यारह बजे उसने हाँफते हुए स्कूल में प्रवेश किया। कुछ ही पल बाद वह अपनी कक्षा के दरवाजे पर खड़ा था। कक्षा में गणित के अध्यापक श्री सक्सेना जी छात्रों को पढ़ा रहे थे।
जंगल कहानी : पल्टू सियार का धोखा और मोनू भालू की माफ़ी :- सुजान वन में मोनू भालू और पिल्टू सियार दोनों की साईकिल की मरम्मत की दुकान थी। दोनों साईकिल के पंचर वगैरह बनाते थे। दोनों की दुकाने लगभग आधा किलोमीटर की दूरी पर थीं।
दोनों के एक काम होने के बावजूद मोनू भालू के घर की स्थिति अच्छी नहीं थी। कभी-कभी दिनभर में एक भी पंचर ठीक करने को नहीं मिल पता था। इससे उसे अत्यन्त आर्थिक कठिनाई का सामना करना पड़ता था।
शिक्षाप्रद बाल कहानी: माँ को रवि की आदतें बिल्कुल पसंद नहीं थी। वह हमेशा उससे नाराज रहती। पिताजी भी रवि को बार-बार समझाते। परन्तु रवि पर किसी की बातों का असर नहीं होता था। रवि बहुत जिद्दी और शरारती था। उस दिन सवेरे सात बजे तक रवि सोता रहा। मां उसे बार-बार जगाती रही। लेकिन रवि नहीं उठा।
शिक्षा देती एक सुन्दर कहानी : माली का सबक:- एक फलों का बगीचा था। उस बगीचे में एक पुराना आम का पेड़ था जिसमें एक तोता अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहता था। बाग के माली को इनसे प्यार हो गया था
जंगल कहानी (Jungle Story) धोखा देने का फल : प्राचीन काल की बात है। चन्दन वन का राजा जबरू शेर मर गया तो उन्होंने नये राजा का चुनाव किया। शेरूमल को सभी सिंहों ने अपना राजा चुना। नये पद पर आकर शेरूमल ने सोचा कि अब मुझे इनके विश्वास की रक्षा करनी चाहिए। मुझे अपना समय प्रजा की भलाई में ही लगाना चाहिए।
बच्चों की मजेदार बाल कहानी (Child Story) : जाॅनी और परी छोटा जाॅनी :- बहुत अकेला था। अंधेरा हो गया था। मम्मी और पापा अभी तक घर पर आए नहीं थे। वह दोनों ऑफिस में किसी ज़रूरी काम की वजह से रुक गए थे और उन्हें घर पहुंचने में देरी हो गई थी।