Jungle Story: विजेता मेंढक
बहुत समय पहले की बात है एक सरोवर में बहुत सारे मेंढक रहते थे। सरोवर के बीचों-बीच एक बहुत पुराना धातु का खम्भा भी लगा हुआ था जिसे उस सरोवर को बनवाने वाले राजा ने लगवाया था। खम्भा काफी ऊँचा था और उसकी सतह भी बिलकुल चिकनी थी।
बहुत समय पहले की बात है एक सरोवर में बहुत सारे मेंढक रहते थे। सरोवर के बीचों-बीच एक बहुत पुराना धातु का खम्भा भी लगा हुआ था जिसे उस सरोवर को बनवाने वाले राजा ने लगवाया था। खम्भा काफी ऊँचा था और उसकी सतह भी बिलकुल चिकनी थी।
एक बार एक आदमी को अपने गार्डन में टहलते हुए किसी टहनी से लटकता हुआ एक तितली का कोकून दिखाई पड़ा। अब हर रोज वो आदमी उसे देखने लगा, और एक दिन उसने नोटिस किया कि उस कोकून में एक छोटा सा छेद बन गया है।
एक बार एक आदमी ज्योतिषी के पास गया। वह देखना चाहता था कि ज्योतिषी उसके भविष्य के बारे में क्या कहेगा। ज्योतिषी ने अपने जादुई गेंद में देखकर आदमी की तरफ देखा। उस ज्योतिष के चेहरे के हावभाव सब कुछ बयां कर रहे थे।
पानी बचाने को लेकर भारत से लेकर अमेरिका तक ऐसी कई कहानियां हैं। लेकिन पानी बचाने का ये प्रयास मूलतः पांच महाप्रयोगों पर आधारित है। रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग, वाॅटर ऑडिट, वाॅटर रिसाइकलिंग, खारे पानी को मीठा बनाकर।
एक मनुष्य ने दो जानवर रखे हुए थे एक कुत्ता और एक सुअर। उस मनुष्य ने कुत्ते और सुअर को बोला कि वह दोनों उसके काम में उसकी मदद करेंगे। लेकिन मनुष्य को बहुत दुख हुआ। कुत्ता और सुअर सिर्फ खाते ही रहते थे।
हीरालाल महज दस वर्ष का था जब उसके माता पिता का देहांत हो गया था। एक दिन उसके माता पिता खेतों में काम कर रहे थे तो बिजली की चपेट में आ गए थे। वह एक ज़मींदार के लिए काम करते थे।
शिमोगा (Shimoga)कर्नाटक के खूबसूरत शहरों में से एक है और यह इसके सेंट्रल रीजन में टुंगा नदी के पास बसा है। शिमोगा का नाम शिव मुख से बना है, जिसका अर्थ है भगवान शिव का मुँह। शिमोगा पर कई वंशों ने राज किया है।