द्वारका की यात्रा: ऐतिहासिकता और आस्था का संगम

द्वारका, गुजरात का एक तटीय शहर, श्रीकृष्ण की नगरी के रूप में जाना जाता है और यह धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

यहां के समुद्र तटों की शांति और द्वारकाधीश मंदिर जैसे भव्य मंदिर पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।

गोमती घाट पर पवित्र गोमती नदी का अरब सागर में मिलना एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है, जहां पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है।

द्वारका यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय सर्दियों में नवंबर से फरवरी तक होता है, हालांकि अगस्त या सितंबर में धार्मिक त्योहारों के दौरान भी यहां का दौरा किया जा सकता है।

द्वारका पहुंचना सुविधाजनक है, निकटतम हवाई अड्डा जामनगर है और द्वारका का अपना रेलवे स्टेशन भी है, जो प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, भगवान शिव को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और शिव भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।

रुक्मिणी देवी मंदिर, श्रीकृष्ण की पत्नी रुक्मिणी देवी को समर्पित है, जिसकी वास्तुकला और शांति अद्वितीय हैं।

द्वारका के अलावा जोशीमठ, कलिम्पोंग, पटियाला और भरतपुर जैसी जगहें भी यात्रा के लिए रोचक विकल्प हो सकती हैं।