अकबर बीरबल : असली मां की पहचान – सच्चाई और बुद्धि की जीत

Nov 17, 2025, 10:47 AM

अकबर बीरबल

मुगल काल में अकबर के दरबार में दो महिलाएं एक बच्चे को लेकर आईं, दोनों उसे अपना बता रही थीं।

अकबर बीरबल

अकबर इस मामले को सुलझाने में असमर्थ थे, लेकिन बीरबल ने अपनी चतुराई से सच्चाई का पता लगाने का जिम्मा लिया।

अकबर बीरबल

बीरबल ने बच्चे को दो हिस्सों में काटने की धमकी दी, जिससे एक महिला ने तुरंत आधा बच्चा मांग लिया,

अकबर बीरबल

जबकि दूसरी महिला ने बच्चे की सुरक्षा की गुहार लगाई।

अकबर बीरबल

रोने वाली महिला असली मां थी, और बीरबल ने इसे समझकर दूसरी महिला को चोरनी घोषित किया।

अकबर बीरबल

चोरनी ने कबूल किया कि उसने बच्चे को चोरी किया था, और उसे जेल भेज दिया गया।

अकबर बीरबल

अकबर ने बीरबल की बुद्धिमत्ता की प्रशंसा की, और असली मां को उसका बच्चा वापस मिला।

अकबर बीरबल

कहानी मां के प्यार की ताकत और सच्चाई की जीत को दर्शाती है, जो हर परिस्थिति में सर्वोपरि है।

अकबर बीरबल

यह कहानी बच्चों को सिखाती है कि दूसरों की चीजों पर हक नहीं जमाना चाहिए, और सच्चाई हमेशा जीतती है।