बाल कहानी- किसी को धोखा नहीं देते

Jun 23, 2025, 12:01 PM

किसी को धोखा नहीं देते

कहानी में एक ठाकुर ने बनिए से पैसे उधार लिए थे, लेकिन वह उन्हें लौटाने में असमर्थ था।

किसी को धोखा नहीं देते

बनिए ने ठाकुर के घर जाकर पैसे मांगे, जहां ठाकुर के मेहमान आए हुए थे, जिससे उसे शर्मिंदगी महसूस हुई।

किसी को धोखा नहीं देते

ठाकुर ने बनिए को बदला लेने की नीयत से धोखा देने की योजना बनाई और बनिए से रसीद पर हस्ताक्षर करवा लिए।

किसी को धोखा नहीं देते

बनिए ने चालाकी से अपनी पत्नी को खत लिखकर उसकी सुरक्षा का इंतजाम कर लिया, जिससे ठाकुर की योजना विफल हो गई।

किसी को धोखा नहीं देते

राणा ने रसीद को बेकार बताया क्योंकि उसमें बनिए के हस्ताक्षर नहीं थे, जिससे ठाकुर की चालाकी का पर्दाफाश हो गया।

किसी को धोखा नहीं देते

कहानी से यह सीख मिलती है कि धोखा और छल का सहारा लेना अंततः नुकसानदायक होता है।

किसी को धोखा नहीं देते

कानूनी और सही तरीके से काम करना चाहिए, जैसा कि बनिए ने अपनी सूझबूझ से किया।

किसी को धोखा नहीं देते

झूठ से बचना चाहिए क्योंकि वह ज्यादा देर तक टिक नहीं सकता और अंत में सच्चाई की ही जीत होती है।

किसी को धोखा नहीं देते

किसी को अपमानित करने से पहले सोचना चाहिए, क्योंकि यह खुद के लिए भी हानिकारक हो सकता है।

किसी को धोखा नहीं देते

बुद्धि और समझदारी से हर मुश्किल का हल निकाला जा सकता है, जैसा कि इस कहानी में बनिए ने किया।