बाल कहानी : लहू का रंग एक है

Jun 10, 2025, 11:43 AM

लहू का रंग एक है

राहुल और राशिद एक ही कक्षा में पढ़ते थे और दोनों स्कूल की हॉकी टीम के महत्वपूर्ण खिलाड़ी थे, जिनकी साझेदारी से टीम ने कई मैच जीते थे।

लहू का रंग एक है

राशिद अक्सर राहुल के घर जाता था, पर राहुल की माँ ने उसके बर्तन अलग रखे थे क्योंकि वह मुस्लिम था, जो राहुल को पसंद नहीं था।

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ईद के दिन राशिद ने राहुल की माँ को सेवइयां दीं, लेकिन उन्होंने उसे स्वीकार नहीं किया, जिससे राहुल को बुरा लगा।

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एक दिन खेलते समय राहुल को चोट लग गई और उसे अस्पताल ले जाया गया। उसके पिता बाहर थे, लेकिन राशिद के पिता ने उसकी देखभाल की।

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राहुल को खून की आवश्यकता थी, और राशिद के पिता का खून उसके खून से मेल खा गया, जिससे उन्होंने रक्तदान किया और राहुल की जान बचाई।

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इस घटना ने राहुल की माँ की सोच बदल दी। उन्होंने महसूस किया कि धर्म और जाति से ऊपर इंसानियत होती है।

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राहुल ने अपनी माँ से पूछा कि अब उसकी रगों में मुसलमान का खून है, तो क्या वह उसके हाथ से खाना लेंगी। इस पर उसकी माँ की आँखों में आँसू आ गए और उन्होंने अपनी गलती मानी।

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कहानी का मुख्य संदेश है कि सभी इंसानों का खून एक ही रंग का होता है, और हमें धर्म और जाति के भेदभाव से ऊपर उठकर इंसानियत को प्राथमिकता देनी चाहिए।

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यह कहानी हमें सिखाती है कि सच्ची इंसानियत जाति और धर्म से ऊपर होती है, और प्यार और भाईचारे से ही दुनिया बेहतर बनती है।