बाल कहानी : आत्मनिर्भरता की सीख

May 20, 2025, 11:24 AM

Children story lesson of self reliance

सोहन के पिता गाँव के सबसे बड़े ज़मींदार थे, और सोहन उनका इकलौता पुत्र था, जिसके लिए घर में किसी चीज़ की कमी नहीं थी।

Children story lesson of self reliance

सोहन का ध्यान रखने के लिए कई नौकर थे, और वह कभी अपने काम खुद नहीं करता था, यहाँ तक कि जूतों के फीते भी नौकर बाँधते थे।

Children story lesson of self reliance

गाँव में सिर्फ आठवीं तक स्कूल था, इसलिए सोहन को शहर जाकर होस्टल में रहकर पढ़ाई करनी पड़ी, जहाँ उसे नौकरों की सुविधा नहीं थी।

Children story lesson of self reliance

होस्टल में रहने के दौरान सोहन को अपने काम खुद करने में दिक्कतें आईं, क्योंकि वह कभी अपनी जिम्मेदारियां नहीं निभाता था।

Children story lesson of self reliance

एक दिन, सोहन ने देखा कि उसका कमरा साफ-सुथरा था, लेकिन उसे नहीं पता था कि यह किसने किया।

Children story lesson of self reliance

बाद में, उसने देखा कि प्रधानाचार्य उसके कमरे की सफाई कर रहे थे, और इस पर वह हैरान रह गया।

Children story lesson of self reliance

प्रधानाचार्य ने सोहन को समझाया कि आत्मनिर्भरता जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है, और यह उसकी शिक्षा का एक हिस्सा है।

Children story lesson of self reliance

प्रधानाचार्य की बातों से प्रभावित होकर सोहन ने आत्मनिर्भरता की महत्ता को समझा और अपने काम खुद करने का निर्णय लिया।

Children story lesson of self reliance

इस कहानी से यह सीख मिलती है कि आत्मनिर्भरता और अपने काम खुद करने की आदत ही सच्ची महानता है, और काम करने से किसी की इज़्ज़त कम नहीं होती।

Children story lesson of self reliance

जीवन में अनुशासन, आत्मसम्मान और जिम्मेदारी की भावना आत्मनिर्भरता से ही आती है, जो महानता की ओर ले जाती है।