Read Full Story
सोनू नाम का एक लड़का था जो गैजेट्स और नई तकनीक का बहुत शौकीन था, लेकिन स्कूल में मोबाइल ले जाना मना था, इसलिए वह दोस्तों से तकनीक और गेम्स की ही बातें करता था।
Read Full Story
स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी की घोषणा हुई, लेकिन सोनू का ध्यान टीचर की बातों पर नहीं था और वह सिर्फ अपने मोबाइल गेम्स में व्यस्त रहा।
Read Full Story
प्रदर्शनी के लिए उसके सभी दोस्त तैयारियों में जुट गए, लेकिन सोनू ने कोई तैयारी नहीं की और गेम्स में ही समय बर्बाद करता रहा।
Read Full Story
जब प्रदर्शनी का दिन आया, तो सभी बच्चे अपने प्रोजेक्ट्स के साथ आए, जबकि सोनू खाली हाथ खड़ा था और उसे शर्मिंदगी महसूस हुई।
Read Full Story
टीचर ने सोनू को समझाया कि यह भी एक सीख है और अब उसे अपना समय अच्छे कामों में लगाना चाहिए।
Read Full Story
सोनू ने ठान लिया कि वह अब समय का सही उपयोग करेगा और पढ़ाई के साथ-साथ अन्य अच्छी चीजों में भी मन लगाएगा।
Read Full Story
उसने गैजेट्स का उपयोग कम कर दिया और पढ़ाई व खेलकूद में ज्यादा समय देना शुरू कर दिया।
Read Full Story
कहानी से यह सीख मिलती है कि तकनीक और गैजेट्स का सही उपयोग करना चाहिए
Read Full Story
और मेहनत व सही मार्गदर्शन से ही असली सफलता मिलती है।
Read Full Story