चोर को मोर: एक मज़ेदार बाल कहानी

Apr 09, 2025, 12:16 PM

Chor pe Mor- A Funny Child Story

"चोर को मोर" एक मज़ेदार बाल कहानी है जो बच्चों को हंसाने और नैतिकता सिखाने के लिए बनाई गई है। यह कहानी नरेंद्र देवांगन की मूल कहानी से प्रेरित है और इसमें नए किरदारों और मजेदार मोड़ जोड़े गए हैं।

Chor pe Mor- A Funny Child Story

कहानी में चार दोस्त हैं—विक्की, रिंकू, टिंकू और भोलू। विक्की, रिंकू और टिंकू शरारती हैं और हमेशा किसी को ठगने की फिराक में रहते हैं, जबकि भोलू नेकदिल और सच्चाई का सिपाही है।

Chor pe Mor- A Funny Child Story

एक दिन, गाँव के मेले में गोपाल नामक किसान ने एक गधा खरीदा। विक्की, रिंकू और टिंकू गोपाल को ठगने की योजना बनाते हैं, लेकिन भोलू उनकी चालाकी को समझ जाता है।

Chor pe Mor- A Funny Child Story

भोलू गोपाल को तीनों की योजना के बारे में बताता है, जिससे गोपाल सतर्क हो जाता है और तीनों को सबक सिखाने की योजना बनाता है।

Chor pe Mor- A Funny Child Story

गोपाल अपनी चतुराई से तीनों दोस्तों के थैले भी ले लेता है और गधे पर लादकर चुपके से गाँव लौट आता है।

Chor pe Mor- A Funny Child Story

विक्की, रिंकू और टिंकू को अपनी गलती का एहसास होता है और वे भोलू से माफी मांगते हैं। वे समझ जाते हैं कि बेईमानी का रास्ता गलत है।

Chor pe Mor- A Funny Child Story

गाँव में गोपाल की चतुराई और भोलू की सच्चाई की तारीफ होती है। गाँव वाले एक छोटा उत्सव मनाते हैं और भोलू को "गाँव का हीरो" कहा जाता है।

Chor pe Mor- A Funny Child Story

कहानी का मुख्य संदेश यह है कि बेईमानी और चालाकी से हमेशा नुकसान होता है। सच्चाई और मेहनत का रास्ता चुनने से ही सम्मान मिलता है।

Chor pe Mor- A Funny Child Story

इस कहानी के माध्यम से बच्चों को सिखाया जाता है कि सच्चाई हमेशा जीतती है और हमें दूसरों की मदद करनी चाहिए।

Chor pe Mor- A Funny Child Story

"चोर को मोर" न केवल मनोरंजक है, बल्कि इसमें एक गहरी नैतिक सीख भी छुपी हुई है, जो बच्चों को सच्चाई का महत्व समझाती है।