सीख देती कहानी -चूहा और जाल

Aug 02, 2025, 03:49 PM

चूहा और जाल

कहानी एक चतुर चूहा चिंटू की है, जो एक कसाई के घर के पास जंगल में रहता है। एक दिन उसने देखा कि कसाई चूहादानी ला रहा है, जिससे वह चिंतित हो गया।

चूहा और जाल

चिंटू ने अपने दोस्तों कबूतर पंखुरी, मुर्गा कोको, और बकरा गोपाल को चूहादानी के खतरे से आगाह किया, लेकिन किसी ने उसकी बात गंभीरता से नहीं ली।

चूहा और जाल

चिंटू की चेतावनी नजरअंदाज करने पर, एक जहरीला साँप चूहादानी में फँस गया और कसाई की पत्नी को काट लिया, जिससे उसकी हालत खराब हो गई।

चूहा और जाल

पत्नी की बीमारी के इलाज के लिए हकीम ने कबूतर का सूप बनाने की सलाह दी, जिसके कारण पंखुरी कबूतर की बलि दी गई।

चूहा और जाल

रिश्तेदारों के आने पर, मेहमानों के लिए भोजन में कोको मुर्गे को भी काटा गया, और पत्नी के स्वस्थ होने पर गोपाल बकरे की बलि चढ़ा दी गई।

चूहा और जाल

चिंटू ने अपनी बात न मानने की वजह से हुई इन घटनाओं को देखा और समझा कि एक की समस्या सबके लिए समस्या बन सकती है।

चूहा और जाल

चिंटू ने एक दिन एक बूढ़े उल्लू से मुलाकात की, जिसने उसे समझाया कि समाज का हर हिस्सा एक-दूसरे से जुड़ा होता है और सभी को मिलकर समस्याओं का समाधान करना चाहिए।

चूहा और जाल

कहानी से यह सीख मिलती है कि किसी की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए

चूहा और जाल

और सामूहिक जिम्मेदारी और एकता से ही समस्याएँ हल की जा सकती हैं।