Read Full Story
यह कहानी डिजिटल युग में एक बच्चे अर्जुन की है, जो स्मार्टफोन और इंटरनेट के बीच बड़ा हो रहा है और सच्चाई व दोस्ती की कीमत सीखता है।
Read Full Story
अर्जुन, जो दिल्ली का रहने वाला है, अपने मोबाइल पर गेम्स खेलता और ऑनलाइन दोस्तों से चैट करता था। उसने एक नया दोस्त "साइबर बडी" बनाया, जो उसे गेम में चीट कोड्स से आगे बढ़ने में मदद करता था।
Read Full Story
अर्जुन ने स्कूल में झूठ बोला कि उसकी स्कोर उसकी मेहनत का परिणाम है, जबकि उसके दोस्त राहुल को उस पर शक था।
Read Full Story
एक स्कूल गेमिंग प्रतियोगिता में, अर्जुन ने चीट्स का इस्तेमाल कर पहला स्थान प्राप्त किया, लेकिन राहुल ने उसकी स्क्रीन रिकॉर्ड कर ली और उसे सच बताने के लिए कहा।
Read Full Story
टीचर को अर्जुन के चीट्स के बारे में पता चला और उन्होंने उसे डांटा, लेकिन साथ ही समझाया कि सच्चाई से ही सम्मान मिलता है।
Read Full Story
अपनी गलती का एहसास होने पर अर्जुन ने साइबर बडी को ब्लॉक कर दिया और राहुल से माफी मांगी, फिर मेहनत से खेलने लगा।
Read Full Story
कुछ महीनों बाद, अर्जुन ने बिना चीट्स के दूसरी प्रतियोगिता में दूसरा स्थान पाया और टीचर ने उसकी मेहनत की सराहना की।
Read Full Story
अर्जुन ने अपने दोस्तों के साथ एक ऑनलाइन ग्रुप बनाया, जहां वे मेहनत और ईमानदारी की बातें साझा करते थे, और उसकी सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हो गई।
Read Full Story
इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि सच्चाई और मेहनत ही असली सफलता की कुंजी है, खासकर डिजिटल दुनिया में ईमानदारी और दोस्ती का महत्व।
Read Full Story