Fun Story: मूर्खों की नगरी

Jun 02, 2025, 12:58 PM

मूर्खों की नगरी

एक मजेदार कहानी में, एक किसान अपनी पत्नी और इकलौती बेटी के साथ गांव में रहता था। एक दिन एक नौजवान आया और उसने किसान से उसकी बेटी से शादी की इच्छा जताई, जिससे किसान और उसकी पत्नी बहुत खुश हुए।

मूर्खों की नगरी

जब बेटी दूध लाने गई, उसने छत पर फंसी कुल्हाड़ी देखी और कल्पना की कि शादी के बाद उसका बच्चा इसके नीचे खड़ा होगा और कुल्हाड़ी गिर जाएगी। इस सोच से वह रोने लगी।

मूर्खों की नगरी

उसकी माँ ने बेटी की बात सुनी और सहमत होकर उसके साथ रोने लगीं। किसान के आने पर उसने भी पूरी बात सुनकर रोना शुरू कर दिया।

मूर्खों की नगरी

नौजवान को जब रोने का कारण बताया गया, तो वह हंस पड़ा और कुल्हाड़ी निकालकर कहा कि अगर वह कहीं और ऐसे मूर्ख नहीं मिले, तो वह वापस आकर शादी करेगा।

मूर्खों की नगरी

अपने सफर में नौजवान को एक महिला मिली जो अपनी गाय को छत पर चढ़ा रही थी ताकि वह घास खा सके। नौजवान ने उसे घास काटकर नीचे देने की सलाह दी।

मूर्खों की नगरी

नौजवान को एक आदमी मिला जो पजामा पहनने में संघर्ष कर रहा था और उसने उसे पजामा पहनने का आसान तरीका बताया।

मूर्खों की नगरी

नौजवान ने एक धर्मशाला में लोगों को तालाब से चाँद निकालने की कोशिश करते देखा।

मूर्खों की नगरी

उसने समझाया कि यह चाँद की परछाई है, लेकिन किसी ने विश्वास नहीं किया और उसे वहां से भगा दिया।

मूर्खों की नगरी

अंततः नौजवान किसान के घर लौट आया, किसान की बेटी से शादी की और खुशी से जीवन बिताने लगा।