Read Full Story
एक गांव में एक गरीब ब्राह्मण रहता था, जो ईमानदार और परमात्मा में आस्था रखने वाला था। वह रोज़ाना गंगा में स्नान कर पूजा-पाठ करता था।
Read Full Story
एक दिन गंगा में स्नान के बाद, ब्राह्मण को रास्ते में एक लिफाफा मिला जिसमें पचास हज़ार रुपये थे। उसने सोचा कि यह भगवान की कृपा है।
Read Full Story
लेकिन उसकी आत्मा ने उसे सुझाया कि शायद यह पैसे किसी और गरीब के गिर गए हों, जो किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए जुटाए गए थे।
Read Full Story
ब्राह्मण ने पैसे ग्राम प्रधान को लौटाने का निर्णय लिया। जब वह प्रधान के घर पहुंचा, तो उसने देखा कि एक गरीब व्यक्ति पहले से वहां अपनी खोई हुई धनराशि की शिकायत कर रहा था।
Read Full Story
ब्राह्मण ने उस व्यक्ति की कहानी सुनने के बाद पैसे उसे लौटा दिए, जिससे गरीब व्यक्ति का चेहरा खुशी से खिल उठा।
Read Full Story
गरीब व्यक्ति ने ब्राह्मण को इनाम देने की कोशिश की,
Read Full Story
लेकिन ब्राह्मण ने विनम्रता से उसे ठुकरा दिया।
Read Full Story
ब्राह्मण को इस बात की खुशी थी कि उसने अपनी आत्मा की आवाज सुनी और सही कार्य किया।
Read Full Story
यह कहानी सच्चाई, ईमानदारी और आत्मा की आवाज़ सुनने की प्रेरणा देती है।
Read Full Story