Read Full Story
सुमित चार महीने बाद अपने दादा-दादी के पास आता है, लेकिन दादा-दादी इस बात से चिंतित हैं कि वह केवल वीडियो गेम और टीवी देखता रहता है।
Read Full Story
दादी को चिंता होती है कि सुमित की आंखों पर मोटा चश्मा चढ़ सकता है, लेकिन दादा ने इसका समाधान ढूंढने का वादा किया।
Read Full Story
अगले दिन दादा सुमित को बताते हैं कि उसके लिए बगीचे में एक सुंदर गिफ्ट रखा है, जिसे उसे खुद ढूंढना होगा।
Read Full Story
सुमित बगीचे में गिफ्ट खोजते हुए एक तितली से मिलता है, जो उससे दोस्ती करना चाहती है।
Read Full Story
तितली सुमित को अपने जीवन चक्र के बारे में बताती है, जिसमें वह कोकून से तितली बनने की कहानी सुनाती है।
Read Full Story
सुमित को तितली की कहानी परी कथा जैसी लगती है और वह तितली के साथ दोस्ती करके खुश होता है।
Read Full Story
सुमित और तितली बगीचे में पकड़म-पकड़ी खेलते हैं,
Read Full Story
जिससे सुमित का टीवी और वीडियो गेम खेलने का समय कम हो जाता है।
Read Full Story
दादा-दादी को तसल्ली होती है कि सुमित अब खुली हवा में खेलकर स्वस्थ रहेगा और उसका स्क्रीन टाइम कम होगा।
Read Full Story