Read Full Story
सूरज एक मेधावी छात्र था जिसने अपनी पढ़ाई में टॉप किया था, लेकिन उसके घमंड ने उसके व्यवहार को प्रभावित किया।
Read Full Story
उसके माता-पिता उसके पढ़ाई के प्रति घमंड और बड़ों से तमीज से बात न करने से नाखुश थे।
Read Full Story
अच्छे नंबरों के बावजूद, सूरज को अगली क्लास के इंटरव्यू में सफलता नहीं मिली, जिससे वह हताश हो गया।
Read Full Story
सूरज की मुलाकात उसके प्रिय अध्यापक से हुई जिन्होंने उसे एक महत्वपूर्ण सीख दी।
Read Full Story
अध्यापक ने चावल पकाने की कहानी के माध्यम से सूरज को समझाया कि एक गुण अच्छा होना पर्याप्त नहीं है।
Read Full Story
मास्टर जी ने बताया कि अच्छे व्यवहार, बड़ों के प्रति सम्मान, और सकारात्मक दृष्टिकोण भी जरूरी गुण हैं।
Read Full Story
सूरज को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने अपने व्यवहार में सुधार करने का वादा किया।
Read Full Story
कहानी से यह सीख मिलती है कि केवल पढ़ाई में अच्छे अंक ही सफलता की गारंटी नहीं हैं;
Read Full Story
अच्छे व्यवहार और सकारात्मक दृष्टिकोण भी इतने ही महत्वपूर्ण हैं।
Read Full Story