हिंदी नैतिक कहानी: संतोष की नेकदिली

Mar 19, 2025, 11:51 AM

Hindi Moral Story The kindness of Santosh

संतोष एक खिलौने बेचने वाला व्यक्ति है, जो अपने नाम के अनुरूप संतोषी और दयालु है। वह एक बच्चे आलोक को बिना पैसे के हरा गुब्बारा दे देता है।

Hindi Moral Story The kindness of Santosh

आलोक की मां संतोष के इस कार्य पर संदेह करती है और उसे गलत समझती है, लेकिन संतोष का मानना है कि बच्चे सबके होते हैं और उनकी मदद करना फर्ज है।

Hindi Moral Story The kindness of Santosh

कुछ दिन बाद, संतोष जंगल में एक बच्चे के रोने की आवाज सुनता है और उसे ढूंढने पर पता चलता है कि वह वही बच्चा आलोक है।

Hindi Moral Story The kindness of Santosh

संतोष बच्चे को सुरक्षित उसके घर वापस लेकर जाता है, जहां सभी लोग उसकी वापसी पर खुश होते हैं।

Hindi Moral Story The kindness of Santosh

बच्चे की मां संतोष से माफी मांगती है और महसूस करती है कि उसने संतोष को गलत समझा था।

Hindi Moral Story The kindness of Santosh

संतोष का कहना है कि बच्चों की मदद करना और उन्हें प्यार देना सबका कर्तव्य है और यह मानवता का कार्य है।

Hindi Moral Story The kindness of Santosh

कहानी हमें यह सिखाती है कि सच्ची दया और मानवता का कोई भी कार्य, चाहे वह कितना भी छोटा हो,

Hindi Moral Story The kindness of Santosh

समाज में बड़ा सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

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यह कहानी बच्चों की मदद करने और उन्हें प्यार देने के महत्व को उजागर करती है, जो सभी का फर्ज है।