हिंदी नैतिक कहानी: महाराजा का बड़प्पन

Apr 16, 2025, 11:44 AM

Hindi Moral Story The Nobility of the Maharaja

महाराजा रणजीत सिंह की कहानी एक नैतिकता की गाथा है, जिसमें उनका बड़प्पन और दयालुता प्रकट होती है।

Hindi Moral Story The Nobility of the Maharaja

एक दिन महाराजा अपनी राजधानी विविधा का निरीक्षण करने जा रहे थे, जब अचानक उनके माथे पर पत्थर लग गया और खून बहने लगा।

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सैनिकों ने उस दिशा में दौड़ लगाई, जहाँ से पत्थर फेंका गया था, और एक बुढ़िया को पकड़कर महाराजा के सामने लाया।

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बुढ़िया डर के मारे कांप रही थी और उसने हाथ जोड़कर बताया कि उसका बच्चा तीन दिन से भूखा है, इसलिए उसने फल तोड़ने के लिए पत्थर मारा था।

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महाराजा ने बुढ़िया को क्षमा कर दिया और अपने मंत्री को आदेश दिया कि उसके परिवार के लिए राशन-पानी का इंतजाम किया जाए।

Hindi Moral Story The Nobility of the Maharaja

महाराजा के इस निर्णय से सैनिक और मंत्री हैरान रह गए, क्योंकि उन्होंने सजा देने की बजाय मदद की।

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महाराजा ने समझाया कि जब निर्जीव पेड़ भी पत्थर मारने पर फल देता है,

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तो एक मानव और प्रजा पालक होने के नाते उन्हें दंड कैसे दे सकता है।

Hindi Moral Story The Nobility of the Maharaja

इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि दया और बड़प्पन मानवता के सच्चे गुण होते हैं।