हिंदी प्रेरक कहानी: कौवा पहुंचा नर्सरी स्कूल

May 27, 2025, 11:03 AM

Story Crow reached nursery school

यह कहानी एक कौवे की है जो रोज नर्सरी स्कूल जाया करता था, जहां उसे बच्चों द्वारा इंटरवल में गिराए गए भोजन के टुकड़े खाने को मिलते थे।

Story Crow reached nursery school

कौवा नर्सरी स्कूल में मैडम द्वारा सुनाई गई कहानियां भी सुनता था, जिससे वह होशियार बन गया।

Story Crow reached nursery school

एक दिन कौवे को रोटी का टुकड़ा मिला जिसे बचाने के लिए उसने बिल्ली के झांसे में न आकर गाना गाने का नाटक किया।

Story Crow reached nursery school

कौवा समझदार था क्योंकि उसने उस कहानी को सुन रखा था

Story Crow reached nursery school

जिसमें एक कौवा अपने गाने से रोटी खो बैठता है।

Story Crow reached nursery school

एक गर्मी की दोपहर कौवे को प्यास लगी और उसने पानी की तलाश की।

Story Crow reached nursery school

कौवे ने एक घर के दरवाजे पर जाकर अपनी चोंच से दरवाजा खटखटाया, जिससे एक बच्चा हैरान रह गया।

Story Crow reached nursery school

बच्चे ने नर्सरी स्कूल में सुनी प्यासे कौवे की कहानी याद कर कौवे के लिए पानी लाकर उसे पिलाया।

Story Crow reached nursery school (1)

कहानी का संदेश है कि स्कूल जाना महत्वपूर्ण है क्योंकि वहां से सीखी गई बातें हमें जीवन में समझदार बनाती हैं।