प्रेरणादायक कहानी: गड़रिये की समझदारी

Jun 17, 2025, 11:16 AM

गड़रिये की समझदारी

आभानगरी के विशाल जंगल में शिकारियों के आगमन से पक्षियों की संख्या घटने लगी, जिससे पूरे राज्य में अकाल और संकट छा गया।

गड़रिये की समझदारी

शिकारियों के कारण पक्षियों का भयभीत होकर जंगल छोड़ना और प्राकृतिक असंतुलन के चलते राज्य में हाहाकार मच गया, जिससे खेती और काम-धंधे भी चौपट हो गए।

गड़रिये की समझदारी

राजा ने संकट से निकलने का उपाय खोजने वाले को महामंत्री बनाने की घोषणा की।

गड़रिये की समझदारी

गांव का गड़रिया भीमसेन, जो पक्षियों की भाषा समझता था, ने शिकारियों की वजह से संकट का कारण राजा को बताया।

गड़रिये की समझदारी

राजा ने भीमसेन की सलाह पर शिकारियों को गिरफ्तार कर मृत्युदंड दिया और कैद पक्षियों को मुक्त करने की योजना बनाई।

गड़रिये की समझदारी

भीमसेन ने पक्षियों को उनकी भाषा में समझाकर आजाद किया, जिससे पक्षी खुशी से उड़ने लगे और पर्यावरण में संतुलन लौटा।

गड़रिये की समझदारी

पक्षियों की चहचहाहट से सूरज उग आया, बादल घिर आए और बारिश होने लगी, जिससे राज्य में खुशहाली लौट आई।

गड़रिये की समझदारी

राजा ने भीमसेन को महामंत्री नियुक्त किया और भीमसेन की बुद्धिमत्ता और समझदारी को सभी ने सराहा।

गड़रिये की समझदारी

कहानी से यह सीख मिलती है कि सच्ची समझदारी और साहस से कठिन समस्याओं का समाधान संभव है, और छोटे लोग भी बड़े बदलाव ला सकते हैं।