मासूम शुभम और उसके प्यारे खरगोश: एक प्यारी कहानी

Jun 10, 2025, 11:26 AM

मासूम शुभम

कहानी "मासूम शुभम और उसके प्यारे खरगोश" में शुभम नामक एक बच्चे की कहानी है जो अपने तीन खरगोशों—चिंटू, मिंटू, और पिंटू से बहुत प्यार करता है।

मासूम शुभम

शुभम हर दिन अपने खरगोशों के लिए ताज़ी घास लाता है, लेकिन एक दिन जल्दबाजी में वह उन्हें खाना देना भूल जाता है, जिससे खरगोश पार्क में चले जाते हैं।

मासूम शुभम

स्कूल से लौटने पर शुभम को पता चलता है कि उसके खरगोश गायब हैं, और वह उन्हें ढूंढने के लिए गाँव भर में खोजबीन करता है।

मासूम शुभम

शुभम की उदासी तब खुशी में बदल जाती है जब वह अपने तीनों खरगोशों को पार्क के कोने में घास खाते हुए पाता है।

मासूम शुभम

शुभम को अपनी गलती का एहसास होता है और वह अपने खरगोशों से माफी मांगता है, यह वादा करते हुए कि वह उन्हें कभी भूखा नहीं छोड़ेगा।

मासूम शुभम

इस घटना के बाद, शुभम हर दिन समय पर उठकर अपने खरगोशों के लिए घास लाने का संकल्प लेता है और उनके लिए एक छोटा बगीचा भी बनाता है।

मासूम शुभम

शुभम की देखभाल देखकर गाँव के अन्य बच्चे भी प्रेरित होते हैं और अपने पालतू जानवरों का ध्यान रखना शुरू कर देते हैं।

मासूम शुभम

कहानी बच्चों को यह सिखाती है कि पालतू जानवरों की देखभाल में लापरवाही नहीं करनी चाहिए और दूसरों का दुख समझने वाले ही अच्छे इंसान बनते हैं।

मासूम शुभम

यह प्रेरणादायक कहानी बच्चों में जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देती है और उन्हें अपने दोस्तों और जानवरों का ध्यान रखने की सीख देती है।