जंगल कहानी-डांटना भी जरूरी है

Aug 12, 2025, 10:37 AM

डांटना भी जरूरी है

एक हरे-भरे जंगल में, चिया नाम की एक नन्ही गिलहरी और उसका भाई बनी रहते थे, जिन्हें अपनी चीज़ें इधर-उधर फेंकने की आदत थी।

डांटना भी जरूरी है

उनकी माँ ने कई बार समझाया, लेकिन जब बच्चों ने नहीं सुना, तो उन्होंने सख्ती से डांटकर उनके फल-मेवे एक टोकरे में बंद कर दिए और एक दिन के लिए खाने से रोक दिया।

डांटना भी जरूरी है

इस सजा ने चिया और बनी को उनकी गलती का एहसास कराया और उन्होंने अपनी जगह को साफ रखना शुरू किया।

डांटना भी जरूरी है

बच्चों ने माँ से वादा किया कि वे अब अनुशासन में रहेंगे और अपनी चीज़ों का ध्यान रखेंगे।

डांटना भी जरूरी है

माँ ने प्यार से समझाया कि डांट का उद्देश्य सही रास्ता दिखाना होता है, ताकि बच्चे ज़िम्मेदार बन सकें।

डांटना भी जरूरी है

अगले दिन, चिया और बनी ने अपनी जगह की सफाई की, जिससे माँ बहुत खुश हुईं और उन्हें उनके मेवे वापस दे दिए।

डांटना भी जरूरी है

चिया और बनी ने अनुशासन का महत्व समझा और अब वे अपनी आदतों में सुधार कर चुके थे।

डांटना भी जरूरी है

माँ ने कहा कि प्यार के साथ थोड़ी डांट भी ज़रूरी होती है,

डांटना भी जरूरी है

ताकि बच्चे भविष्य में अच्छी आदतें अपना सकें।