Read Full Story
"जंगल का सबक" कहानी में दो दोस्त, राहुल और सोहन, जंगल के रास्ते से गुजरते हैं और एक भालू का सामना करते हैं।
Read Full Story
भालू को देखकर राहुल डरकर पेड़ पर चढ़ जाता है, जबकि सोहन मरे होने का नाटक करके अपनी जान बचाता है।
Read Full Story
भालू के जाने के बाद, सोहन राहुल को समझाता है कि सच्चा दोस्त वही होता है जो मुसीबत में साथ देता है, न कि भाग जाता है।
Read Full Story
राहुल अपनी गलती मानता है और सोहन से माफी मांगता है, जिससे उनकी दोस्ती और गहरी हो जाती है।
Read Full Story
कहानी का मुख्य संदेश यह है कि सच्ची दोस्ती का मतलब केवल अच्छे पलों में साथ देना नहीं है, बल्कि मुश्किल समय में भी एक-दूसरे का सहारा बनना है।
Read Full Story
सोहन ने राहुल को यह सिखाया कि मुसीबत के समय में अपने दोस्तों का साथ देना जरूरी है।
Read Full Story
इस कहानी से बच्चों को यह नैतिक शिक्षा मिलती है कि
Read Full Story
हमें अपने दोस्तों की मदद करनी चाहिए और उन्हें कभी अकेला नहीं छोड़ना चाहिए।
Read Full Story
कहानी बताती है कि सच्ची दोस्ती हर परिस्थिति में साथ निभाने से होती है।
Read Full Story