Read Full Story
एक हरे-भरे जंगल में एक सुंदर मोर रहता था, जिसकी चमकीली पंखों वाली पूंछ देखकर सभी जानवर उसकी प्रशंसा करते थे।
Read Full Story
मोर को अपनी सुंदरता पर बहुत गर्व था और वह अक्सर अपने दोस्तों को नीचा दिखाता था, जिससे वह अपने पंखों की शान बघारता रहता था।
Read Full Story
एक दिन, मोर की मुलाकात एक छोटे खरगोश से हुई जिसने उसे नम्रता से बताया कि सुंदरता केवल बाहरी नहीं होती, बल्कि हमारे गुणों में भी होती है।
Read Full Story
बारिश के दौरान, मोर अपने बड़े पंखों की वजह से पूरी तरह भीग गया, जबकि खरगोश ने एक छोटी गुफा में शरण ले ली।
Read Full Story
बारिश के बाद, खरगोश ने मोर को यह समझाया कि कभी-कभी जो चीज बाहर से सुंदर दिखती है, वह हमेशा काम की नहीं होती।
Read Full Story
मोर को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने खरगोश से माफी मांगी, यह समझते हुए कि सच्ची सुंदरता हमारे गुणों में होती है।
Read Full Story
यह कहानी हमें सिखाती है कि असली खूबसूरती हमारे गुणों में होती है, न कि केवल बाहरी रूप में।
Read Full Story
हर किसी का अपना महत्व और खूबसूरती होती है,
Read Full Story
जिसे हमें पहचानने की जरूरत होती है।
Read Full Story