गुस्से का नुकसान: किसान की भूल और पछतावा

Jun 14, 2025, 04:30 PM

गुस्से का नुकसान

रामू काका एक मेहनती किसान थे, जिनकी गाय-भैंसें बहुत दूध देती थीं, जिससे उनकी कमाई बढ़ रही थी और उनका जीवन खुशहाल था।

गुस्से का नुकसान

रामू काका की समस्या एक बिल्ली थी, जो उनकी रसोई में घुसकर दूध पी जाती थी, जिससे वह बहुत परेशान थे।

गुस्से का नुकसान

गुस्से में आकर रामू काका ने बिल्ली को सबक सिखाने के लिए उसे बोरी में फँसाकर आग लगा दी, जिससे बिल्ली भागते-भागते पूरे गाँव में आग फैला दी।

गुस्से का नुकसान

आग ने गाँव की झोपड़ियों, खेतों और यहाँ तक कि रामू काका के घर को भी जला डाला, जिससे रामू काका को अपनी गलती का पछतावा हुआ।

गुस्से का नुकसान

गाँव के लोग रामू काका से नाराज थे क्योंकि उनकी एक छोटी सी गलती ने पूरे गाँव को नुकसान पहुँचाया।

गुस्से का नुकसान

रामू काका ने अपनी गलती के लिए माफी माँगी और गाँव के पुनर्निर्माण में मदद करने का वादा किया।

गुस्से का नुकसान

इस घटना से रामू काका ने सीखा कि गुस्से में किए गए फैसले हमेशा नुकसानदेह होते हैं।

गुस्से का नुकसान

कहानी का मुख्य संदेश है कि हमें गुस्से में कोई भी कदम नहीं उठाना चाहिए और हमेशा सोच-समझकर फैसले लेने चाहिए।

गुस्से का नुकसान

यह कहानी बच्चों को सिखाती है कि गुस्से पर काबू पाकर ही हम सही निर्णय ले सकते हैं और पछतावे से बच सकते हैं।