महामूर्ख की कहानी: खयाली पुलाव (Mahamurkh Story in Hindi)

Dec 20, 2025, 12:14 PM

महामूर्ख की कहानी

कहानी 'महामूर्ख की कहानी: खयाली पुलाव' धनीराम नामक व्यक्ति की है, जो बिना मेहनत के सपने देखने में विश्वास रखता है।

महामूर्ख की कहानी

धनीराम गाँव के लोग उसे 'महामूर्ख' कहते थे क्योंकि वह मेहनत की बजाय हवाई महल बनाने में यकीन रखता था।

महामूर्ख की कहानी

एक दिन धनीराम को मेहनत के बदले एक घड़ा दूध मिला, जिसे बेचकर अमीर बनने के सपने देखने लगा।

महामूर्ख की कहानी

उसने सोचा कि दूध बेचकर अंडे खरीदेगा, उनसे चूजे और फिर मुर्गियाँ पालेगा, और एक बड़ा पोल्ट्री फार्म खोलेगा।

महामूर्ख की कहानी

धनीराम ने आगे सपने देखने शुरू किए कि वह गाय और भैंस खरीदेगा और एक आलीशान महल बनाएगा।

महामूर्ख की कहानी

उसकी कल्पनाएँ इतनी बढ़ गईं कि वह शादी और बच्चों के बारे में सोचने लगा।

महामूर्ख की कहानी

ख्यालों में खोया धनीराम सड़क पर गिर पड़ा और दूध का घड़ा टूट गया, जिससे उसका सपना भी चूर-चूर हो गया।

महामूर्ख की कहानी

कहानी का नैतिक संदेश है कि केवल सपने देखने से कुछ नहीं होता, सफलता के लिए मेहनत और वर्तमान में जीना जरूरी है।

महामूर्ख की कहानी

धनीराम की कहानी भारतीय लोककथा के चरित्र शेखचिल्ली से प्रेरित है, जो अपनी मूर्खता और हवाई किले बनाने के लिए जाना जाता है।

महामूर्ख की कहानी

यह कहानी बच्चों को सिखाती है कि योजना बनाना अच्छी बात है, लेकिन उसे हकीकत में बदलने के लिए मेहनत करना जरूरी है।