Moral Story: क्रोध

Jun 11, 2025, 11:20 AM

क्रोध

एक संत भिक्षा में मिले अन्न से अपना जीवन चला रहे थे और एक दिन वे गांव के बड़े सेठ के पास भिक्षा मांगने पहुंचे।

क्रोध

सेठ ने संत को थोड़ा अनाज दिया और एक प्रश्न पूछा कि लोग लड़ाई झगड़ा क्यों करते हैं।

क्रोध

संत ने कुछ देर चुप रहकर कहा कि वे यहां भिक्षा लेने आए हैं, मूर्खतापूर्ण सवालों के जवाब देने नहीं।

क्रोध

संत के इस कथन पर सेठ को गुस्सा आ गया और उसने संत पर चिल्लाना शुरू कर दिया।

क्रोध

कुछ समय बाद, जब सेठ का गुस्सा शांत हुआ,

क्रोध

संत ने उसे समझाया कि क्रोध ही हर झगड़े का मूल कारण है।

क्रोध

इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि क्रोध के नियंत्रण में रहने से झगड़े टाले जा सकते हैं।

क्रोध

यह कहानी बताती है कि संयम और समझदारी से कैसे झगड़ों को रोका जा सकता है।

क्रोध

क्रोध ही हर झगड़े का मूल कारण है!” सेठ ने संत का मंतव्य समझते हुए मुस्कुराकर जवाब दिया और संत को भिक्षा के साथ बहुत से उपहार देकर विदा किया