Moral Story: आलस्य करने का फल

Apr 16, 2025, 12:19 PM

Moral Story Fruit of Laziness

बहुत समय पहले बगदाद में अबू नामक एक चरवाहा रहता था, जिसके पास कई भेड़-बकरियां थीं। वह उन्हें पहाड़ियों पर चराने ले जाता था।

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अबू एक अच्छा इंसान था, लेकिन वह बहुत आलसी था, जिससे उसकी भेड़-बकरियों का नुकसान होता था।

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सर्दियों में आलस्य के कारण अबू महीनों घर में सोया रहता था और उसके जानवर कमजोर हो जाते थे।

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एक दिन पहाड़ी पर भेड़-बकरियों के साथ, अबू ने एक भेड़िये को देखा। वह सतर्क हो गया और भेड़िये से निपटने की योजना बनाई।

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भेड़िया जानवरों के झुंड के पास बैठा रहा, लेकिन हमला नहीं किया। इससे अबू का डर कम हो गया और धीरे-धीरे उसने भेड़िये पर भरोसा करना शुरू कर दिया।

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कुछ समय बाद, अबू ने भेड़िये पर पूरी तरह से भरोसा कर लिया और उसे पहरेदारी के लिए छोड़कर घर पर आराम करने लगा।

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एक दिन जब अबू पहाड़ी पर वापस गया, उसने पाया कि कई भेड़-बकरियां मरी हुई थीं और भेड़िया गायब था।

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अबू को अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने आलस्य छोड़कर दूसरे व्यवसाय में ध्यान लगाना शुरू किया।

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इस कहानी का नैतिक यह है कि आलस्य से हमेशा नुकसान होता है और सतर्कता जरूरी है।