Moral Story: मनीप्लांट की चोरी

Jun 11, 2025, 12:17 PM

मनीप्लांट की चोरी

पप्पी के घर में एक सुंदर फूलों की बाड़ी थी जिसमें तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूल लगे थे, लेकिन मनीप्लांट नहीं था।

मनीप्लांट की चोरी

पप्पी के मित्र प्रदीप ने उसे बताया कि मनीप्लांट को 'धन का पौधा' कहा जाता है और इसे चुराकर लगाना चाहिए क्योंकि खरीदा या माँगा हुआ पौधा मुरझा जाता है।

मनीप्लांट की चोरी

पप्पी ने यह सुनकर शर्मा अंकल के गार्डन से मनीप्लांट चुराने की योजना बनाई, लेकिन वहां का खतरनाक कुत्ता 'रक्षक' और अंकल का क्रोधी स्वभाव उसे डराता था।

मनीप्लांट की चोरी

एक दिन जब अंकल कुत्ते को घुमाने ले गए, पप्पी ने मौका देखा और गार्डन में घुसकर मनीप्लांट चुराने लगा।

मनीप्लांट की चोरी

शर्मा आंटी ने पौधों की आवाज सुनकर पप्पी को पकड़ लिया और उसकी चोरी का कारण पूछा।

मनीप्लांट की चोरी

पप्पी ने आंटी को बताया कि उसे प्रदीप ने बताया था कि मनीप्लांट चुराकर लगाने से घर में पैसा आता है।

मनीप्लांट की चोरी

आंटी ने हंसते हुए समझाया कि मनीप्लांट लगाने से पैसा नहीं आता; मेहनत से ही धन मिलता है।

मनीप्लांट की चोरी

आंटी ने पप्पी और प्रदीप को मनीप्लांट का एक-एक पौधा दिया और उन्हें भविष्य में चोरी न करने की कसम दिलाई।

मनीप्लांट की चोरी

इस घटना से पप्पी और प्रदीप ने समझा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं है और वे खुशी-खुशी घर लौटे।