Moral Story: ईमानदारी की जीत

Jun 16, 2025, 12:23 PM

ईमानदारी की जीत

सुंदर वन में एक अज्ञात बीमारी फैल गई थी, जिससे अधिकांश जानवरों ने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया था। इस स्थिति से निपटने के लिए, शेर सिंह ने एक बैठक बुलाई।

ईमानदारी की जीत

बैठक में निर्णय लिया गया कि जंगल में एक अस्पताल खोला जाएगा, ताकि बीमार जानवरों का इलाज किया जा सके। अस्पताल के लिए धन सभी जानवरों से इकट्ठा किया गया।

ईमानदारी की जीत

कीनू खरगोश ने अपने दो मित्र डॉक्टरों को अस्पताल में काम करने के लिए बुलाया। शेर सिंह ने अस्पताल का आधा खर्च खुद वहन करने का वादा किया।

ईमानदारी की जीत

कुछ समय बाद, डॉक्टर चीनू खरगोश में लालच आ गया और उसने चोरी-छिपे दवाइयां बेचनी शुरू कर दीं और दूसरे जंगल में मरीजों का इलाज करने लगा।

ईमानदारी की जीत

ईमानदार डॉक्टर वीनू खरगोश ने चीनू के प्रस्ताव को ठुकरा दिया और पूरी ईमानदारी से काम किया, जिससे मरीज भी वीनू के पास जाना पसंद करने लगे।

ईमानदारी की जीत

जंगल के जानवरों ने शेर सिंह से चीनू की शिकायत की। शेर सिंह ने जांच का आदेश दिया, जिसे चालाक लोमड़ी को सौंपा गया।

ईमानदारी की जीत

लोमड़ी ने चीनू को रंगे हाथों पकड़ा और शेर सिंह को सूचित किया। शेर सिंह ने खुद को बीमार राजा के रूप में प्रस्तुत किया, जिससे चीनू की बेइमानी का पर्दाफाश हो गया।

ईमानदारी की जीत

शेर सिंह ने आदेश दिया कि चीनू की बेइमानी से अर्जित संपत्ति अस्पताल में जमा की जाए और उसे जंगल से बाहर निकाल दिया जाए।

ईमानदारी की जीत

इस घटना से सभी जंगलवासियों ने सीख ली कि ईमानदारी की हमेशा जीत होती है।