मुनू बंदर स्कूल चला: एक हास्यप्रद कहानी

Jul 05, 2025, 05:46 PM

मुनू बंदर स्कूल चला

मुनू नाम का नटखट बंदर एक छोटे से जंगल में रहता था और उसे शरारत करने का बहुत शौक था, जैसे पेड़ों पर उछल-कूद और फलों की चोरी।

मुनू बंदर स्कूल चला

जंगल के जानवरों ने फैसला किया कि मुनू को समझदार बनाने के लिए स्कूल भेजा जाना चाहिए।

मुनू बंदर स्कूल चला

स्कूल के पहले दिन मुनू को एक नई थैली दी गई जिसमें केला, पेंसिल, और कॉपी रखी गई थी। मुनू को पढ़ाई के साथ-साथ मस्ती का भरोसा दिलाया गया।

मुनू बंदर स्कूल चला

स्कूल में मुनू ने शेर सर, हिरन मैडम और कबूतर साहब से मुलाकात की। मुनू ने अपनी पहली गलती में 1+1 का जवाब "दो केले" बताया, जिससे क्लास में हंसी छूट गई।

मुनू बंदर स्कूल चला

दूसरे क्लास में हिरन मैडम ने गाना गाने को कहा तो मुनू ने "चूहा-चूहा" गाते हुए कबूतर साहब की टोपी चुरा ली, जिससे फिर हंसी का माहौल बन गया।

मुनू बंदर स्कूल चला

लंच के दौरान मुनू ने अपना केला एक खरगोश के साथ बांटा, लेकिन केला शेर सर के सिर पर गिर गया, जिससे क्लास में फिर से हंसी का ठहाका लगा।

मुनू बंदर स्कूल चला

अंत में, पेड़ पर चढ़ने की परीक्षा में मुनू ने अपनी फुर्ती से सबको प्रभावित किया, और उसे स्कूल का "मस्ती किंग" घोषित किया गया।

मुनू बंदर स्कूल चला

कहानी बच्चों को यह संदेश देती है कि पढ़ाई के साथ-साथ मस्ती भी जीवन में जरूरी है,

मुनू बंदर स्कूल चला

और अपनी खूबियों को पहचानना भी एक महत्वपूर्ण गुण है।