नकल में अकल चाहिए: एक कौवे की मूर्खता और उसकी भारी कीमत | बच्चों के लिए प्रेरणादायक हिंदी कहानी

Nov 12, 2025, 03:28 PM

नकल में अकल चाहिए

कहानी का शीर्षक "नकल में अकल चाहिए" है, जो एक कौवे की मूर्खता और उसकी कीमत की प्रेरणादायक कहानी है।

नकल में अकल चाहिए

कहानी में एक लालची कौवा बिना मेहनत किए शिकार करना चाहता है और बाज की नकल करते हुए खरगोश का शिकार करने की कोशिश करता है।

नकल में अकल चाहिए

कौवा अपनी सीमाओं और क्षमताओं को जाने बिना बाज की तरह झपट्टा मारता है, लेकिन खरगोश छिप जाता है और कौवा चट्टान से टकराकर मर जाता है।

नकल में अकल चाहिए

यह कहानी सिखाती है कि किसी की नकल करने के लिए भी बुद्धि और अपनी सीमाओं का ज्ञान होना आवश्यक है।

नकल में अकल चाहिए

जंगल के अन्य जानवर कौवे की मूर्खता से हैरान होते हैं, और एक बूढ़ा उल्लू उन्हें समझाता है कि अपनी क्षमताओं को पहचानना आवश्यक है।

नकल में अकल चाहिए

उल्लू बताता है कि कौवे को बाज की तरह नहीं बल्कि खुद को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए था।

नकल में अकल चाहिए

हर जीव की अपनी विशेषता होती है, और दूसरों की नकल करने से पहले अपनी ताकत और कमजोरियों को समझना चाहिए।

नकल में अकल चाहिए

कहानी का नैतिक यह है कि हमें अपनी क्षमताओं और सीमाओं को पहचानकर अपनी पहचान बनानी चाहिए,

नकल में अकल चाहिए

न कि दूसरों की नकल करके खुद को मिटाना चाहिए।