Read Full Story
शहर के एक छोटे से मोहल्ले में सूरज नाम का एक नटखट लड़का रहता था, जिसकी शरारतों से पूरा मोहल्ला परेशान रहता था, लेकिन सब उसे बहुत प्यार करते थे।
Read Full Story
एक दिन सूरज को अपने दादाजी की पुरानी डायरी मिली, जिसमें एक "खोए खजाने" का जिक्र था, जो शहर के पुराने बगीचे में छिपा हुआ था।
Read Full Story
सूरज ने अपने दोस्तों चीकू, मोंटी और पिंकी को खजाना खोजने की योजना में शामिल कर लिया, ताकि वे अमीर बन सकें और अपनी मनपसंद चीजें खरीद सकें।
Read Full Story
बच्चों ने पुराने बगीचे में खुदाई शुरू की, लेकिन कुछ भी नहीं मिला; एक बड़ा कीड़ा सूरज के हाथ पर चढ़ गया, जिससे वह चिल्लाने लगा।
Read Full Story
बच्चों ने तालाब के पास खुदाई करने का फैसला किया और उन्हें एक पुराना बक्सा मिला, जिसमें कुछ पुराने सिक्के और खाली कैंडी रैपर थे।
Read Full Story
सूरज ने कहा कि यह खजाना नहीं बल्कि एक पुरानी यादगार निकली, लेकिन पिंकी ने मजाक में कहा
Read Full Story
कि कम से कम उन्हें एक मजेदार दिन तो मिला।
Read Full Story
बच्चों ने महसूस किया कि असली खजाना दोस्तों के साथ बिताए हंसी-खुशी के पल हैं, न कि कोई भौतिक वस्तु।
Read Full Story
इस कहानी के माध्यम से यह संदेश मिलता है कि जीवन में असली खजाना दोस्ती और खुशी के पलों में छिपा होता है।
Read Full Story