परोपकारी मुर्गा : दूसरों की मदद | त्याग का महत्व

Dec 20, 2025, 01:52 PM

परोपकारी मुर्गा

'दयालु' नाम का एक मुर्गा अपने झुंड की भलाई के लिए अपने सुख-स्वार्थ का त्याग करता है और दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहता है।

परोपकारी मुर्गा

दयालु ने देखा कि बूढ़ी मुर्गियाँ तेज़ दौड़ नहीं पाती थीं और उन्हें अच्छा खाना नहीं मिल पाता था, इसलिए उसने अपनी जरूरतों को पीछे रखकर उनकी मदद की।

परोपकारी मुर्गा

जब सर्दियों के दौरान छत से ठंड अंदर आने लगी, तो दयालु ने अपनी आरामदायक जगह बूढ़ी मुर्गियों के लिए छोड़ दी और खुद छत को ठीक करने का जोखिम भरा काम किया।

परोपकारी मुर्गा

उसने ऊँचाई पर चढ़कर घास और पत्ते जमा किए ताकि झुंड को ठंड से बचाया जा सके, जबकि अन्य मुर्गे इस काम से पीछे हट गए।

परोपकारी मुर्गा

दयालु की निस्वार्थ सेवा और परोपकार के कारण उसे 'परोपकारी मुर्गा' का नया नाम दिया गया, और उसने साबित किया कि असली ताकत त्याग और सेवा में होती है।

परोपकारी मुर्गा

कहानी यह सिखाती है कि सच्चा परोपकार तब होता है

परोपकारी मुर्गा

जब हम अपने स्वार्थ को छोड़कर दूसरों की भलाई के लिए काम करते हैं।

परोपकारी मुर्गा

समाज में सबसे कमजोर और जरूरतमंद लोगों की मदद करना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।

परोपकारी मुर्गा

परोपकार से मिलने वाला संतोष किसी भी भौतिक सुख से अधिक बड़ा और स्थायी होता है।