गिरगिट के रंग बदलने का असली राज़!

गिरगिट के रंग बदलने का असली राज़!

गिरगिट अपनी रंग बदलने की क्षमता के लिए प्रसिद्ध है। यह केवल छुपने के लिए नहीं, बल्कि मूड और भावनाओं को दिखाने, तापमान नियंत्रित करने, साथी को आकर्षित करने और अन्य गिरगिटों से संवाद करने के लिए भी रंग बदलता है।

गिरगिट के रंग बदलने का असली राज़!

गिरगिट की त्वचा में विशेष कोशिकाएं होती हैं, जो इसे लाल, नीला, पीला, हरा और भूरा जैसे विभिन्न रंगों में बदलने की अनुमति देती हैं।

गिरगिट के रंग बदलने का असली राज़!

गिरगिट की आंखें 360 डिग्री घूम सकती हैं, जिससे यह एक ही समय में अलग-अलग दिशाओं में देख सकता है, और उसकी जीभ उसकी शरीर की लंबाई से डेढ़ गुना लंबी होती है, जिससे यह तेजी से शिकार पकड़ सकता है।

गिरगिट के रंग बदलने का असली राज़!

गिरगिट ठंडे खून वाला जीव है, जिसका शरीर तापमान को सीधे नियंत्रित नहीं कर सकता, इसलिए यह धूप में बैठता है या छांव में जाता है।

गिरगिट के रंग बदलने का असली राज़!

गिरगिट की 200 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से अधिकांश अफ्रीका और मेडागास्कर में रहती हैं। सबसे छोटा गिरगिट केवल 13 सेंटीमीटर का होता है।

गिरगिट के रंग बदलने का असली राज़!

गिरगिट सुन नहीं सकता, लेकिन धरती में होने वाले छोटे-छोटे कंपन को महसूस कर सकता है, जो इसे शिकारियों से बचने में मदद करता है।

गिरगिट के रंग बदलने का असली राज़!

गिरगिट का दिमाग ऐसा होता है कि इसका आधा हिस्सा सो सकता है जबकि आधा जागा रहता है, जिससे यह सतर्क रहता है।

गिरगिट के रंग बदलने का असली राज़!

गिरगिट की विशेषताएं हमें सिखाती हैं कि बदलाव जरूरी है, सतर्कता महत्वपूर्ण है, और छोटी चीजों में भी बड़ी ताकत होती है।

गिरगिट के रंग बदलने का असली राज़!

गिरगिट जहरीला नहीं होता, यह पूरी तरह से निर्दोष और अहानिकर जीव है, जो प्रकृति के विज्ञान का एक शानदार उदाहरण प्रस्तुत करता है।