Mandawa : राजस्थान का ऐतिहासिक और कलात्मक खजाना

राजस्थान का ऐतिहासिक और कलात्मक खजाना

मंडावा, राजस्थान के शेखावटी क्षेत्र में स्थित एक छोटा सा शहर है, जिसे 'ओपन-आर्ट गैलरी' के नाम से भी जाना जाता है। यह अपनी ऐतिहासिक हवेलियों और भित्ति चित्रों के लिए प्रसिद्ध है।

राजस्थान का ऐतिहासिक और कलात्मक खजाना

मंडावा की गलियां और हवेलियां अद्भुत भित्ति चित्रों से सजी हुई हैं, जो राजस्थान की प्राचीन संस्कृति, धार्मिक गाथाओं और ऐतिहासिक घटनाओं को दर्शाते हैं।

राजस्थान का ऐतिहासिक और कलात्मक खजाना

मुरारका हवेली, हनुमान प्रसाद गोयनका हवेली और मोतीसर हवेली जैसी हवेलियां स्थापत्य कला का अद्भुत अनुभव कराती हैं और राजस्थान की समृद्ध परंपराओं की झलक देती हैं।

राजस्थान का ऐतिहासिक और कलात्मक खजाना

मंडावा किला, 18वीं शताब्दी में निर्मित, अब एक लक्ज़री होटल में परिवर्तित हो चुका है, लेकिन इसकी सुंदर वास्तुकला और भित्ति चित्र आज भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

राजस्थान का ऐतिहासिक और कलात्मक खजाना

बच्चों के लिए मंडावा में रंग-बिरंगी हवेलियां और दीवारों पर बने लोक-कथाओं और धार्मिक कथाओं के चित्र विशेष आकर्षण का केंद्र हैं।

राजस्थान का ऐतिहासिक और कलात्मक खजाना

मंडावा घूमने के लिए अक्टूबर से मार्च का समय सबसे अच्छा माना जाता है, और शहर का शांत वातावरण इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाता है।

राजस्थान का ऐतिहासिक और कलात्मक खजाना

मंडावा न केवल पर्यटकों के लिए बल्कि कला और इतिहास के छात्रों के लिए भी एक बेहतरीन अध्ययन का केंद्र है, जहां की ऐतिहासिक कहानियां और कलाकृतियां प्रेरणा देती हैं।

राजस्थान का ऐतिहासिक और कलात्मक खजाना

शहर की सैर के लिए पैदल यात्रा सबसे बेहतर मानी जाती है, जिससे मुख्य बाजार से शुरू करके पूरे शहर का आनंद लिया जा सकता है।

राजस्थान का ऐतिहासिक और कलात्मक खजाना

मंडावा की सैर के लिए 1-2 दिन पर्याप्त होते हैं, और यह जगह बच्चों और इतिहास प्रेमियों के लिए एक खास अनुभव प्रदान करती है।

राजस्थान का ऐतिहासिक और कलात्मक खजाना

मंडावा का शांत और रंगीन वातावरण हर पर्यटक को अपनी ओर आकर्षित करता है, जो इसे एक खास पर्यटन स्थल बनाता है।