मोरनी और तोता – सच्ची दोस्ती की मिसाल

एक घने जंगल में मोरनी पिहू और तोता मिट्ठू की गहरी दोस्ती की कहानी है, जो दिनभर साथ खेलते और झरने के किनारे नाचते-गाते थे।

पिहू अपनी सुंदर पंखों और नृत्य के लिए प्रसिद्ध थी, जबकि मिट्ठू अपनी मीठी बोली और समझदारी के लिए जाना जाता था।

एक दिन जंगल में एक शिकारी आया, जिसने पिहू को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और मोरनी को फँसाने की कोशिश की।

मिट्ठू ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए अन्य जानवरों और पक्षियों से मदद मांगी, ताकि पिहू को बचाया जा सके।

बंदरों ने शिकारी का ध्यान भटकाया, हाथी ने पानी फेंका, और मिट्ठू ने शिकारी की टोपी ले उड़ा, जिससे शिकारी घबरा गया।

हिरणों ने शिकारी के जाल को उलझा दिया, जिससे शिकारी डरकर भाग गया और पिहू को आजादी मिली।

पिहू ने मिट्ठू को गले लगाकर धन्यवाद दिया, यह दर्शाता है कि सच्ची दोस्ती मुसीबत में मदद करने का नाम है।

कहानी से यह सीख मिलती है कि टीमवर्क और समझदारी से किसी भी कठिनाई को पार किया जा सकता है और सभी जीव एकजुट होकर किसी भी खतरे का सामना कर सकते हैं।

कहानी से सीख सच्ची दोस्ती का मतलब सिर्फ साथ रहना नहीं, बल्कि मुसीबत में मदद करना भी है।अकेले हम कुछ नहीं कर सकते, लेकिन टीमवर्क से बड़ी से बड़ी मुश्किल को हल किया जा सकता है।