सियार की होशियारी और शेर का अंत

Mar 21, 2025, 06:27 PM

सियार की होशियारी और शेर का अंत

जंगल में कई जानवर रहते थे, जिनमें से सियार सबसे चालाक था। उसकी चतुराई के किस्से पूरे जंगल में मशहूर थे।

सियार की होशियारी और शेर का अंत

एक दिन एक क्रूर शेर जंगल में आया और उसने हर रोज़ एक जानवर को अपने पास आने का आदेश दिया, जिससे जानवरों में डर फैल गया।

सियार की होशियारी और शेर का अंत

जानवरों ने तय किया कि हर दिन एक-एक जानवर शेर के पास जाएगा, ताकि बाकी सब बच सकें।

सियार की होशियारी और शेर का अंत

जब सियार की बारी आई, तो उसने अपनी चालाकी दिखाई और शेर के पास सीधे न जाकर एक योजना बनाई।

सियार की होशियारी और शेर का अंत

सियार ने खुद को गंदा कर लिया और शेर को बताया कि रास्ते में उसे एक और शेर मिला, जिसने उसे रोक लिया।

सियार की होशियारी और शेर का अंत

शेर ने गुस्से में सियार से उस शेर को दिखाने को कहा, और सियार ने उसे एक गड्ढे के पास ले जाकर पानी में झाँकने को कहा।

सियार की होशियारी और शेर का अंत

शेर ने अपनी ही परछाई को देखा और उसे मारने के लिए गड्ढे में कूद गया, जिससे वह फंस गया।

सियार की होशियारी और शेर का अंत

शेर के गड्ढे में गिरते ही जंगल के सभी जानवर खुशी से झूम उठे और सियार की चतुराई की तारीफ की।

सियार की होशियारी और शेर का अंत

कहानी से हमें सीख मिलती है कि बुद्धिमानी और चालाकी से बड़ी से बड़ी मुसीबत को हल किया जा सकता है, और शक्ति से ज्यादा दिमाग का इस्तेमाल करना जरूरी होता है।

सियार की होशियारी और शेर का अंत

यह कहानी मनोरंजक होने के साथ-साथ बच्चों को समस्या-समाधान और बुद्धिमत्ता की महत्वपूर्ण सीख भी देती है।