जंगल की कहानी : गिलहरी की सीख

May 12, 2025, 12:34 PM

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चंदन वन की कहानी में मेहनती मैना अपने छोटे से जमीन के टुकड़े पर गेहूं उगाती और पूरे साल आराम से खाती थी, जिससे उसका पड़ोसी कौआ दुखी रहता था।

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कौआ ने मैना से साझे में खेती करने की पेशकश की, जिससे मैना सहमत हो गई, हालांकि उसकी सहेली गिलहरी ने उसे मना किया।

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आलसी कौआ काम करने से हमेशा बहाने बनाता रहा, और मैना ने अकेले ही सारे खेत की देखभाल की, बीज बोए, और फसल की रखवाली की।

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जब फसल पक गई, कौआ ने फिर से बहाना बनाया और मैना ने अकेले ही फसल काटकर गेहूं के दाने निकाले।

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अंत में, जब गेहूं के दो ढेर बनाए गए, कौआ ने बड़ा ढेर मांग लिया यह सोचकर कि उसमें ज्यादा गेहूं होगा।

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गिलहरी ने गवाह बनकर कौए को बड़ा ढेर लेने को कहा, जो वास्तव में भूसे का ढेर था।

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गिलहरी ने कौए को उसकी मक्कारी और आलस्य के लिए फटकार लगाई, और बताया कि मेहनत का फल हमेशा मीठा होता है।

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कहानी से यह सीख मिलती है कि मेहनत और ईमानदारी का फल हमेशा मीठा होता है,

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जबकि आलसी और मक्कार लोग अंत में पछताते हैं।